ये जो हुस्नो को संवार चलती है,
मेरे प्रश्नों पर सवाल चलती है,
केशुओ को बिखेर चलती है,
मां कसम लजवाब चलती है,
ये टिप्पणियाँ हैं उनके लिए जो लजवाब लगती है....
खुद को बिखेर कर चलती हो,
दुपट्टे सम्हाल चलती हो,
बिल्कुल बहन जी लगती हो,
शीशे दरकिनार करके चलती हो,
केशुए उलझा कर चलती हो,
कितनी गवांर लगती हो,
मां कसम बिल्कुल बकवास लगती हो,
संवार चली खुद को वो क्या खाक कर गयी
भरी इज्जत सड़को पर निलाम कर गई
बिखेर चली थी जो खुद को क्या कमाल कर गयी...
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